घरघोड़ा : जशपुर जिला मुख्यमंत्री का पैतृक जिला होने के वावजूद भी शिक्षा विभाग की मारा मारी व उठापटक के कारण विभाग शुर्खियो में है। पूर्व में पदस्थ जिला शिक्षा अधिकारी एस एन पांडा को आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल की भर्ती में अनियमितता के कारण निलंबित किया गया था। जब जे के प्रसाद को पदस्थापित किया गया तो अनुकंपा नियुक्ति के मामले में विधानसभा में सवाल उठाया गया और अंततः प्रसाद भी निलंबित हुए।
फिर जिला शिक्षा अधिकारी बनकर आई मधुलिका तिवारी कुछ महीने बाद जे के प्रसाद उच्च न्यायलय से स्टे लेकर दुबारा फिर से जशपुर जिला शिक्षा अधिकारी के रूप में ज्वाइन किए बाद में उनका स्थानांतरण अन्यत्र कर दिया गया।
फिर संजय गुप्ता को जिला शिक्षा अधिकारी बनाकर जशपुर में नियुक्त किया गया। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय को देखकर ऐसा महसूस होता है की संजय गुप्ता एक कर्तव्यनिष्ठ और बेहतरी अनुशासन प्रिय अधिकारी है उनके कार्यकाल में कार्यालय बेहतरीन ढंग से संचालित हो रहा था। तब से लेकर आजतक जिला शिक्षा अधिकारी कर्यालय प्रभारी के भरोसे अनाथ जैसा हो गया है।